शिव केर महिमा के नै जनैत अछि - नचारी

शिव केर महिमा के नै जनैत अछि - नचारी


शिव केर महिमा के नै जनैत अछि
सबहक मनोरथ  पूरा करैत अछि

दिन राति भोला पीबैत भांग छथि
हुनकर चरणकेँ के नै गहैत अछि

पति ओ उमाकेँ सबहक पतित हरन 
भोला हमर सबकेँ दुख हरैत अछि

बसहा सवारी बघछाल अंगपर
शमशानमे रहि दुनियाँ हँकैत अछि

नै मूँगबा खाजा चाहिएनि जल
‘भीष्म’ आक धथुरसँ हिनका पबैत अछि

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ